गणतंत्र दिवस पर निबंध | Essay On Republic Day In Hindi

गणतंत्र दिवस पर निबंध | Essay On Republic Day in hindi
Republic Day Essay In Hindi


दोस्तों आप सभी जानते है की जनवरी का महीना चल रहा है। जनवरी के महीने में हमारे देश का सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रिय पर्व है,जिसको गणतंत्र दिवस के नाम से जाना जाता है। आप सभी इसके बारे में जानते ही होंगे की इसी दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। हमारे देश का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। आप सभी को बता दे की हमारे देश का संविधान का निर्माण डॉ भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा किया गया था। 26 जनवरी हमारे देश में काफी धूम-धाम से मनाया जाता है और हमारे देश के सभी विद्यालयों में छात्र व छात्राओं के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है तथा बहुत सी प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाता है। जैसे – नृत्य, संगीत, निबंध आदि। 


आप भी यह जान सकोगे की गणतंत्र दिवस निबंध कैसे लिखते है। ताकि आप भी गणतंत्र दिवस पर निबंध लिख सके। इस पोस्ट में हमने आज गणतंत्र दिवस के निबंध में बहुत-सी जानकारी प्रदान की हुई है। तो दोस्तों क्या आप भी गणतंत्र दिवस पर निबंध लिखना जानते है। अगर हाँ तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस पोस्ट को अंत तक पढ़ना होगा क्योंकि इस पोस्ट में ही हमने 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) पर निबंध लिखा हुआ है। जिसको पढ़ने से ही आप इसके बारे में जान सकोगे और निबंध लिखना भी सीख सकोगे। तो दोस्तों इसलिए कृपया करके हमारे इस पोस्ट को अंत तक ध्यान से पढ़े और अन्य जानकारी भी प्राप्त कर सकोगे।


गणतंत्र दिवस पर निबंध | Essay On Republic Day

दोस्तों आप सभी जानते है कि गणतंत्र दिवस पर निबंध लिखने वाले है। जिससे आप भी गणतंत्र दिवस पर निबंध जान सकोगे। इसलिए दी गयी जानकारी को ध्यान से पढ़िए की गणतंत्र दिवस पर निबंध कैसे लिखे

प्रस्तावना

हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इसी दिन को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। हमारे देश में संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। भारत पर बहुत सालों से अंग्रेजों ने राज किया था उसके बाद 15 अगस्त 1947 को हमारा देश अंग्रेजों से आजाद हुआ था। उसके बाद भारत ने अपने आप को लोक तान्त्रिक देश घोषित किया। उस समय हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। हमारे देश ने आजादी के करीब 2.5 वर्षों के बाद संविधान लागु किया था। क्योंकि भारत के संविधान को बनने में 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था। जिसको डॉ भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा बनाया गया था। जिसको 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार के द्वारा लागू किया गया था। इसी उपलक्ष में हमारे देश में हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस का महत्त्व

भारत का संविधान बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान में से एक है। जिसको बनने के लिए 2 वर्ष 11 महीने व 18 दिन जितना अधिक समय लगा था। हमारे भारत के संविधान में देश के नागरिकों की प्रक्रियाओं, कर्तव्यों, शक्तियों, मौलिक अधिकारों और सिद्धांतों को भी निर्धारित किया गया है। क्योंकि गणतंत्र दिवस भारत का राष्ट्रीय पर्व है इसलिए इसी उपलक्ष में भारत देश में राष्ट्रीय अवकाश होता है। वैसे तो इसका महत्त्व पूर्ण देश में एक सामान ही होता है। लेकिन इस दिन का अधिक महत्त्व शिक्षा संस्थानों में देखने को मिलता है क्योंकि इस दिन देश के अधिकतर शिक्षा संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। उसके साथ ही इस दिन सभी शिक्षा संस्थानों में तिरंगा भी फहराया जाता है।

भारतीय गणतंत्र दिवस का इतिहास

इसी दिन ही देश को कांग्रेस सरकार के द्वारा पूर्ण स्वराज घोषित किया गया था। क्योंकि इसी दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। जिंसको बनने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन जितना समय लगा था। आपको बता दे की भारत के संविधान का चयन करने के लिए 22 समितियों को रखा गया था और उन्होंने ही भारत के संविधान के रूप में डॉ भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखा गया संविधान का चयन किया था। संविधान सभा के चयन के लिए 114 दिनों की बैठक की गयी थी। इस बैठक में करीब 308 सदस्यों ने भाग लिया। इस बैठक के मुख्य सदस्यों के रूप में बहुत से लोगो को रखा गया था जैसे की – मुख्य सदस्य डॉ राजेंद्र प्रसाद, पंडित जवहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ भीमराव अंबेडकर, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद।

इन सभी मुख्य सदस्यों के साथ और भी कई लोग इस बैठक में शामिल थे। जैसे की – प्रेस वाले भी इसमें शामिल थे। भारत के संविधान की महत्वपूर्णता को बनाये रखने के लिए ही देश में हर वर्ष 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। विश्व का सबसे बड़ा संविधान भारत का संविधान को माना जाता है।

गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

  • 26 जनवरी को हमारे देश का कानून यानि के संविधान लागू हुआ था। जिसको डॉ भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा लिखा गया था। जिसको बनाने के लिए 2 साल 11 महीने और 18 दिन जितना अधिक समय लगा था।

  • 26 जनवरी को हमारे देश के राष्ट्रपति जी के द्वारा राजपथ पर झंडा फहराया जाता है और प्रेड एवं झांकी आदि जैसे बहुत से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।

  • 26 जनवरी 1930 को भारत में पूर्ण स्वराज मनाया गया था। इस दिन ही भारत में अंग्रेजों के खिलाफ और आजफि का प्राण लिया गया था।

  • भारत में पहली बार 26 जनवरी के पर्व का आयोजन राजपथ पर सन 1955 में आयोजित किया गया था।

  • भारत के प्रथम गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर भारत के मुख्य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णों को निमंत्रित किया गया था।

  • गणतंत्र दिवस के उपलक्ष के दिन भारत देश के राष्ट्रपति को 31 तोपों के द्वारा सलामी दी जाती है।

  • इस दिन होने वाली प्रेड में तीनों सेनाओं के जवान भाग लेते है और देश के बहुत से राज्यों के द्वारा झांकियों को प्रदर्शन भी किया जाता है।

उपसंहार

जिस प्रकार से आज तक हम गणतंत्र दिवस बड़े ही धूम-धाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। उसी प्रकार से आगे भी बड़े धूम-धाम के साथ मनाते रहेंगे। इसी प्रकार से हमारे देश प्रगति करता रहेगा तो आने वाले सालों में हमारा देश विश्व में सबसे सर्वोच्च होगा।

FAQ :-

गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है ?

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के दिन मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस को मनाने का कारण क्या है ?

गणतंत्र दिवस को मनाने के पीछे एक कारण है की इस दिन हमारा देश का संविधान लागू हुआ था इसलिए हर वर्ष गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

देश का संविधान बनने में कितना समय लगा था ?

देश का संविधान को बनने के लिए 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था।

भारत का संविधान किसके द्वारा बनाया गया था ?

भारत का संविधान डॉ भीमराव अंबेडकर के द्वारा बनाया गया था।

भारत के संविधान के जनक कौन है ?                                                                                   भारत के संविधान के जनक डॉ भीमराव अंबेडकर जी है। 




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