महादेवी वर्मा का जीवन परिचय | Mahadevi Verma Ka Jivan Prarichay
जीवन परिचय :-
हिन्दी गद्य एवं पद्य साहित्य को नवीन आयाम देने वाली लेखिका महादेवी वर्मा का जन्म सन् 1907 में उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद जिले में हुआ था। इनके पिता का नाम श्री गोविन्द प्रसाद वर्मा तथा माता का नाम श्रीमती हेमरानी देवी था। इनके पिता भागलपुर के एक विद्यालय में प्रधानाचार्य थे तथा इनके नाना ब्रजभाषा के अच्छे कवि थे। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा इन्दौर में तथा उच्च शिक्षा प्रयाग के क्रॉस्थवेट गर्ल्स कॉलेज में हुई थी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय संस्कृत में एम. ए. उत्तीर्ण करने के पश्चात् इनकी नियुक्ति प्रयाग महिला विद्यापीठ में प्राचार्या के पद पर हो गई। इस पद पर सन् 1965 तक कार्य करके इन्होंने अवकाश ग्रहण कर लिया।
इनका विवाह मात्र 9 वर्ष की अल्पायु में ही हो गया था। इनके पति श्री स्वरूपनारायण वर्मा एक चिकित्सक थे। इनका दाम्पत्य जीवन अधिक सफल नहीं रहा। इनके जीवन पर महात्मा गाँधी का और साहित्य सृजन पर रवीन्द्रनाथ टैगोर का अत्यधिक प्रभाव पड़ा। कुछ वर्षों तक ये उत्तर प्रदेश विधानपरिषद् की सदस्या के रूप में भी मनोनीत होती रहीं। इन्होंने 'चाँद' नामक पत्रिका का सम्पादन भी किया। ये आजीवन साहित्य-साधना में अनवरत् रूप से लगी रहीं। सन् 1987 में 'आधुनिक युग की यह मीरा' संसार से विदा हो गई।
FAQ -
Q - महादेवी वर्मा का जन्म कब हुआ था?
Ans - महादेवी वर्मा का जन्म सन् 1907 में हुआ था?
Q - महादेवी वर्मा की पत्रिका है?
Ans - इन्होंने 'चाँद' नामक पत्रिका का सम्पादन भी किया
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